distance education@इग्नू चलाएगा कंप्यूटर साक्षरता अभियान, प्रदेश में खुलेंगे 5 डिजीटल लर्निंग सेंटर
उदयपुर.
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की अब तक दूरस्थ शिक्षा दिलवाने में महती भूमिका रही है। डिजीटल इंडिया के सपने को कंप्यूटर साक्षरता के माध्यम से ही पूर्ण किया जा सकता है। डिजीटल भारत के लिए गांवों में कंप्यूटर साक्षरता की जरूरत है। कंप्यूटर साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए इग्नू राजस्थान में 5 डिजीटल सेंटर खोलेगा। सरकार अनुमति देती है तो विश्वविद्यालय ने ब्लॉक, तहसील, पंचायत स्तर पर ई-मित्र के माध्यम से कंप्यूटर प्रशिक्षण देने की योजना तैयार की है।
यह जानकारी क्षेत्रीय सेवा विभाग के निदेशक डॉ. वीवी रेड्डी ने रविवार को उदयपुर में हुई इग्नू के समन्वयकों की बैठक में दी। बैठक में बताया गया कि इग्नू की ओर से प्रदेश में जिला ब्लॉक स्तर पर 80 सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। प्रतिवर्ष इनमें करीब 60 हजार विद्यार्थी नामांकित होते हैं। कप्यूटर साक्षरता के लिए महिला, एससी, एसटी वर्ग के लोगों के लिए प्रशिक्षण की महत्ती जरुरत उत्पन्न हो गई है। इग्नू की ओर से देश के 3 हजार कॉलेज में स्टडी सेंटर चल रहे हैं, इनमें करीब 10 लाख विद्यार्थी नामांकित हैं।
ग्रामीणों को कंप्यूटर प्रशिक्षण
वक्ताओं ने कहा कि विश्वद्यिालय ने घर- घर इग्नू का नया नारा दिया है। इसके तहत ग्रामीणों को निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा, युवाओं को डेयरी प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंप्यूटर साक्षरता के तहत विवि ने ग्रामीणों को 40 घंटे का प्रशिक्षण देने और आईटीसी के लिए 6 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कैदियों को देंगे उच्च शिक्षा
मुख्य अतिथि सुविवि के कुलपति प्रो. जेपी शर्मा थे। उन्होंने इग्नू के दूरस्थ माध्यम से उच्च शिक्षा के प्रयासों को बेहतर बताया। अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के 16 केंद्रीय और जिला जेलों में कैदियों को निशुल्क उच्च शिक्षा दी जाएगी। जयपुर केन्द्र के सहायक क्षेत्रीय निदेशक कमलेश मीना ने बताया कि बैठक में प्रदेश के सभी जिले के 45 समन्वयक शामिल हुए।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की अब तक दूरस्थ शिक्षा दिलवाने में महती भूमिका रही है। डिजीटल इंडिया के सपने को कंप्यूटर साक्षरता के माध्यम से ही पूर्ण किया जा सकता है। डिजीटल भारत के लिए गांवों में कंप्यूटर साक्षरता की जरूरत है। कंप्यूटर साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए इग्नू राजस्थान में 5 डिजीटल सेंटर खोलेगा। सरकार अनुमति देती है तो विश्वविद्यालय ने ब्लॉक, तहसील, पंचायत स्तर पर ई-मित्र के माध्यम से कंप्यूटर प्रशिक्षण देने की योजना तैयार की है।
यह जानकारी क्षेत्रीय सेवा विभाग के निदेशक डॉ. वीवी रेड्डी ने रविवार को उदयपुर में हुई इग्नू के समन्वयकों की बैठक में दी। बैठक में बताया गया कि इग्नू की ओर से प्रदेश में जिला ब्लॉक स्तर पर 80 सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। प्रतिवर्ष इनमें करीब 60 हजार विद्यार्थी नामांकित होते हैं। कप्यूटर साक्षरता के लिए महिला, एससी, एसटी वर्ग के लोगों के लिए प्रशिक्षण की महत्ती जरुरत उत्पन्न हो गई है। इग्नू की ओर से देश के 3 हजार कॉलेज में स्टडी सेंटर चल रहे हैं, इनमें करीब 10 लाख विद्यार्थी नामांकित हैं।
ग्रामीणों को कंप्यूटर प्रशिक्षण
वक्ताओं ने कहा कि विश्वद्यिालय ने घर- घर इग्नू का नया नारा दिया है। इसके तहत ग्रामीणों को निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा, युवाओं को डेयरी प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंप्यूटर साक्षरता के तहत विवि ने ग्रामीणों को 40 घंटे का प्रशिक्षण देने और आईटीसी के लिए 6 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कैदियों को देंगे उच्च शिक्षा
मुख्य अतिथि सुविवि के कुलपति प्रो. जेपी शर्मा थे। उन्होंने इग्नू के दूरस्थ माध्यम से उच्च शिक्षा के प्रयासों को बेहतर बताया। अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के 16 केंद्रीय और जिला जेलों में कैदियों को निशुल्क उच्च शिक्षा दी जाएगी। जयपुर केन्द्र के सहायक क्षेत्रीय निदेशक कमलेश मीना ने बताया कि बैठक में प्रदेश के सभी जिले के 45 समन्वयक शामिल हुए।
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