ये स्कूल में पढ़ाते हैं, लेकिन उधार रुपए लेकर घर चलाते हैं
पाली. सरकारी स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के वेतन मद में नियुक्त जिले के तीन हजार 282 शिक्षकों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला है। शिक्षक गुहार लेकर बीईईओ व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंच रहे है। जहां उनको राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद जयपुर द्वारा अप्रेल से कार्य ऑनलाइन करने का जवाब मिल रहा है। लेकिन, वेतन कब मिलेगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। एेसे में शिक्षकों को अपनी जमा पूंजी से या उधार रुपए लाकर घर खर्च चलाना पड़ रहा है।
11 करोड़ रुपए चाहिए एक माह के
जिले में सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त 1661 और उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त 1286 शिक्षकों के साथ 335 संस्था प्रधानों को एक माह का वेतन देने के लिए करीब 11 करोड़ रुपए का बजट चाहिए। अब मार्च व अप्रेल दो माह का वेतन नहीं मिलने से सर्व शिक्षा अभियान को करीब 22 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। इसके अलावा शारीरिक शिक्षकों के साथ अन्य शिक्षक भी इस मद में कार्यरत है।
विवाह का सीजन होने से अधिक परेशानी
होली के बाद से मेलों व उत्सवों का सीजन चल रहा है। हाल ही में अक्षय तृतीया पर बड़ी संख्या में विवाह हुए थे। जो अभी भी चल रहे है। एेसे में जिन शिक्षकों के घरों में विवाहोत्सव व अन्य धार्मिक कार्यक्रम थे। वेतन नहीं मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया।
पहले यह थी व्यवस्था
पहले सर्व शिक्षा अभियान की ओर से शिक्षकों का वेतन हर माह बनाकर जिला कोष कार्यालय भेजा जाता था। जहां से शिक्षकों की वेतन राशि उनके खालों में जमा करवाई जाती थी। ऑनलाइन का कार्य शुरू करने से मार्च से अब तक वेतन देने की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी है।
पे मैनेजर का कार्य चल रहा
सर्व शिक्षा अभियान के वेतन मद के शिक्षकों का वेतन पे मैनेजर का ऑनलाइन कार्य पूरा होते ही कर दिया जाएगा। अभी यह कार्य चल रहा है। इस करण वेतन देने में देरी हुई है।
गोरधनलाल सुथार, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक, पाली
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