छुट्टियां मनाने की बजाय दें भविष्य संवारने पर ध्यान
बाड़मेर.
प्रतियोगी परीक्षा में गांवों के बच्चे पिछड़े नहीं और वे हर विषय के प्रति ज्ञान रखें। इसको लेकर राउमावि खड़ीन ने अनुपम पहल की है। यहां अध्ययनरत 125 विद्यार्थियों को पिछले 21 दिन से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जा रही है। इसमें विद्यालय स्टाफ के साथ आसपास के विद्यालयों के अध्यापक नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं। फिफ्टी विलेजर्स टीम के साथ प्रशासनिक सेवा, चिकित्सका, शिक्षा सहित अन्य सेवाओं में चयनित अधिकारी यहां पहुंच बच्चों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस शिविर में 75 बालिकाएं हैं, जो यह ज्ञान सीख रही हैं।
बालिका शिक्षा सुखद अनुभव
शिविर में 125 विद्यार्थी पढऩे आ रहे हैं। इसमें अधे से ज्यादा बालिकाएं हैं, जो की समाज की बदलती सोच का सुखद अनुभव करवा रही है। गौरतलब है कि जिले में अभी भी बालिका शिक्षा को इतना बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है। एेसे में बालकों से ज्यादा बालिकाएं शिविर से जुड़ी होना अपने आप में महत्वपूर्ण बात है।
प्रतिभाओं को मिलेगा मार्ग दर्शन
अब पढ़ाई का तरीका बदल गया है। एेसे में गांवों की प्रतिभाओं को उचित मार्ग दर्शन नहीं मिलने पर वे पिछड़ सकती है। हमने यह पहल की है कि अभी से इन बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का तरीका बताया जाए। इससे वे इन परीक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकें।- तनवीरसिंह डउकिया, प्रधानाचार्य राउमावि खड़ीन
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