जैसलमेर से पीछाकर भतीजे की जगह पेपर दे रहे चाचा को अलवर में पकड़वाया
अलवर.
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से बुधवार को आयोजित वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा में अलवर के एक परीक्षा केन्द्र पर भतीजे की जगह परीक्षा देते पुलिस ने चाचा को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपित जैसलमेर के राजकीय महाविद्यालय में हिन्दी का असिस्टेंट प्रोफेसर है। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्रोफेसर को पकड़वाने वाला जैसलमेर से ही पीछे लगा रहा और उसे अलवर आकर पकड़वा दिया।
सदर थाना प्रभारी कावेन्द्र सिंह ने बताया कि चिकानी रोड स्थित लार्ड्स इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को परीक्षार्थी गिर्राज मीणा के स्थान पर उसका चाचा परीक्षा दे रहा था। इसका पता केन्द्र पर आई एक शिकायत से चला।
इसके बाद जब केन्द्राधीक्षक सुरेश कुमार ने परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र पर लगे फोटो व हस्ताक्षर को मैच कराया तो मामले का खुलासा हुआ। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और अपने भतीजे की जगह परीक्षा दे रहे प्रोफेसर चाचा दौसा निवासी रमेशचंद मीणा पुत्र पांचूराम मीणा को गिरफ्तार किया।
पास होने का था भरोसा
पुलिस पूछताछ में आरोपित रमेश मीणा ने बताया कि उसका भतीजा गिर्राज पढ़ाई में कमजोर था। वहीं, उसे परीक्षा में पास होने का पूरा भरोसा था। अपने भतीजे को परीक्षा में पास कराने के लिए वह उसकी जगह परीक्षा देने आया। गौरतलब है कि रमेश मीणा जैसलमेर के राजकीय महाविद्यालय में चार साल से हिन्दी के व्याख्याता के पद पर कार्यरत है।
परीक्षा शुरू होने से पहले ही पहुंची शिकायत
केन्द्र पर फर्जी अभ्यर्थी के परीक्षा देने की शिकायत केन्द्र के डायरेक्टर को परीक्षा शुरू होने से पहले ही मिल गई थी। केन्द्राधीक्षक के अनुसार परीक्षा शुरू होने से पहले एक व्यक्ति केन्द्र पर आया और गेट पर तैनात गार्ड को एक पर्ची दे गया। पर्ची में फर्जी अभ्यर्थी का रोल नम्बर, नाम सहित फोटो भी फर्जी अभ्यर्थी की लगी होने की जानकारी लिखी थी।
गार्ड ने यह पर्ची स्कूल के डायरेक्टर को दी। जिसे उन्होंने परीक्षा शुरू होने पर जांच टीम को दिया। जांच टीम जब फर्जी अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र पर लगे फोटो व हस्ताक्षर की जांच कर रही थी, तभी सदर थाना पुलिस सेन्टर पर आ गई। जिसे देखते ही फर्जी अभ्यर्थी भागने लगा और पुलिस ने उसे दबोच लिया।
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से बुधवार को आयोजित वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा में अलवर के एक परीक्षा केन्द्र पर भतीजे की जगह परीक्षा देते पुलिस ने चाचा को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपित जैसलमेर के राजकीय महाविद्यालय में हिन्दी का असिस्टेंट प्रोफेसर है। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्रोफेसर को पकड़वाने वाला जैसलमेर से ही पीछे लगा रहा और उसे अलवर आकर पकड़वा दिया।
सदर थाना प्रभारी कावेन्द्र सिंह ने बताया कि चिकानी रोड स्थित लार्ड्स इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को परीक्षार्थी गिर्राज मीणा के स्थान पर उसका चाचा परीक्षा दे रहा था। इसका पता केन्द्र पर आई एक शिकायत से चला।
इसके बाद जब केन्द्राधीक्षक सुरेश कुमार ने परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र पर लगे फोटो व हस्ताक्षर को मैच कराया तो मामले का खुलासा हुआ। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और अपने भतीजे की जगह परीक्षा दे रहे प्रोफेसर चाचा दौसा निवासी रमेशचंद मीणा पुत्र पांचूराम मीणा को गिरफ्तार किया।
पास होने का था भरोसा
पुलिस पूछताछ में आरोपित रमेश मीणा ने बताया कि उसका भतीजा गिर्राज पढ़ाई में कमजोर था। वहीं, उसे परीक्षा में पास होने का पूरा भरोसा था। अपने भतीजे को परीक्षा में पास कराने के लिए वह उसकी जगह परीक्षा देने आया। गौरतलब है कि रमेश मीणा जैसलमेर के राजकीय महाविद्यालय में चार साल से हिन्दी के व्याख्याता के पद पर कार्यरत है।
परीक्षा शुरू होने से पहले ही पहुंची शिकायत
केन्द्र पर फर्जी अभ्यर्थी के परीक्षा देने की शिकायत केन्द्र के डायरेक्टर को परीक्षा शुरू होने से पहले ही मिल गई थी। केन्द्राधीक्षक के अनुसार परीक्षा शुरू होने से पहले एक व्यक्ति केन्द्र पर आया और गेट पर तैनात गार्ड को एक पर्ची दे गया। पर्ची में फर्जी अभ्यर्थी का रोल नम्बर, नाम सहित फोटो भी फर्जी अभ्यर्थी की लगी होने की जानकारी लिखी थी।
गार्ड ने यह पर्ची स्कूल के डायरेक्टर को दी। जिसे उन्होंने परीक्षा शुरू होने पर जांच टीम को दिया। जांच टीम जब फर्जी अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र पर लगे फोटो व हस्ताक्षर की जांच कर रही थी, तभी सदर थाना पुलिस सेन्टर पर आ गई। जिसे देखते ही फर्जी अभ्यर्थी भागने लगा और पुलिस ने उसे दबोच लिया।
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