नदारद एमटी, तो शिक्षक कैसे बनेंगे पारंगत?
जैसलमेर. सरहदी जैसलमेर जिले में गत 24 अप्रेल को शुरू हुए एमटी (मास्टर ट्रेनर) आवासीय प्रशिक्षण शिविर के प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर ही गायब है। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है कि विभागीय जिम्मेदारों की ओर से आयोजित शिविर के प्रति एमटी कितने गंभीर है। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग की ओर से हर साल ग्रीष्मकालीन अवकाश में अध्यापकों को गुणवत्तापरक शिक्षा में पारंगत बनाने के लिए शिविर आयोजित किए जाते है और इन शिविरों से पहले संदर्भ व्यक्ति (मास्टर ट्रेनर) को प्रशिक्षण दिया जाता है।
...फिर कैसे बनेगा अनुशासन
जानकारों की माने तो जब प्रशिक्षक ही प्रशिक्षण लेने के लिए गंभीर नहीं है, तो यहां आने वाले शिक्षकों को वे क्या सिखाएंगे। ऐसे में विद्यालयों में विद्यार्थियों को कैसे गुणवत्तापरक शिक्षा तो दूर अनुशासित रहने का पाठ पढ़ाएंगे।
38 फीसदी एमटी अनुपस्थित
ग्रीष्मकालीन शिक्षक प्रशिक्षण के लिए जिला मुख्यालय पर शुरू किए गए संदर्भ व्यक्ति आवासीय प्रशिक्षण शिविर के पहले चरण में दो विषय हिन्दी व पर्यावरण विषय का शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर के पहले तीन दिनों में ३८ फीसदी एमटी अनुपस्थित रहे। जानकारों के अनुसार हिन्दी विषय में कुल 16 एमटी को प्रशिक्षण दिया जाना था, लेकिन इनमें से 12 एमटी व पर्यावरण विषय में 18 में से नौ एमटी ही उपस्थित थे, जबकि शिविर में दोनों विषयों में 13 एमटी अनुपस्थित रहे।
फैक्ट फाइल
- 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण चल रहा है जिले में।
- 2 विषयों हिन्दी व पर्यावरण विषय में एमटी ले रहे प्रशिक्षण।
- 3 दिनों से नहीं आए संदर्भ व्यक्तियों को जारी किए नोटिस।
- ३४ संदर्भ व्यक्तियों को दिया जा रहा है जिला मुख्यालय पर प्रशिक्षण।
- 21 एमटी तीन दिन से दे रहे शिविर में उपस्थिति।
- 13 एमटी तीन दिनों से शिविर में अनुपस्थित।
जारी किया है नोटिस, होगी कार्रवाई
डाइट की ओर से ग्रीष्मकालीन शिक्षक प्रशिक्षण से पूर्व संदर्भ व्यक्ति एमटी का प्रशिक्षण शुरू किया गया था, लेकिन दो विषयों के पहले शिविर में 13 एमटी अनुपस्थित रहे। इन सभी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी। सभी को नोटिस भेज दिया गया है।
- लक्ष्मीदेवी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जैसलमेर
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