गर्मी की छुट्टियों में नहीं मिलेगा मिड डे मील
बांसवाड़ा
इसबार गर्मी की छुट्टियों में मिड-डे-मील सरकारी स्कूलों के बच्चों को नहीं मिलेगा। अब तक हमेशा ही छुट्टियों में सभी स्कूलों में मिड-डे-मील बनाने के आदेश होते थे,लेकिन इस बार विभाग ने आदेश देकर डीईओ को निर्देश दिए है कि यह योजना छुट्टियों में निरस्त कर दी है।
दरअसल हमेशा ही लाखों रुपए का नुकसान सरकार को होता था,क्योंकि वैसे भी स्कूलों में बच्चे तो आते नहीं थे,लेकिन उनकी हाजिरी दर्ज कर गेहूं और चावल का आवंटन उठा लिया जाता था। बाद में ठेकेदार इस सामग्री को दूसरी जगह पर बेच देते थे। जबकि रिकाॅर्ड में 70 से 80 फीसदी तक बच्चों की उपस्थिति दर्शा दी जाती थी और ठेकेदार लाखों रुपए कमा लेते थे।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रदेशस्तरीय मिड-डे-मील की क्रियान्वयन समिति ने तय किया है कि छुट्टियों में मिड डे मील नहीं चलाया जाएगा। प्रभारी दिलीप शाह ने बताया कि इस बार आदेश चुके हैं और कहीं पर भी नहीं चलाया जाएगा।
भास्करने फर्जी उपस्थिति की जानकारी दी थी
भास्करने पिछले वर्ष इसका खुलासा करते हुए प्रशासन और आयुक्त को बताया था कि फर्जी उपस्थिति भरकर लाखों रुपए उठाए जाते हैं। यहां तक पिछले वर्ष तो मिड डे मील के तहत स्कूलों को तीन महीनों का एडवांस खाद्यान्न जिले को दे दिया था। जबकि उसका उपयोग बहुत ही कम हो पाया था। सूत्रों के अनुसार हर साल प्रदेश में करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा था। इस कारण सरकार और आयुक्त ने मिड डे मील नहीं चलाने का निर्णय किया है।
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