बताओ कितने युवाओं को मिला रोजगार
कोटा. शिविर में कितने युवाओं का रोजगार के लिए चयन किया गया है? कितनी कम्पनियां आई उनकी संख्या बताओ। पुराने शिविर के चयनित युवाओं में से अब तक कितने रोजगार पा चुके हैं? एक के बाद एक सवालों की झड़ी लगी तो अधिकारी बंगले झांकने लगे। जिला कलक्टर रोहित गुप्ता अचानक रोजगार शिविर में पहुंचे। यहां एक-एक स्टॉल का निरीक्षण किया। उप क्षेत्रीय रोजगार विभाग की ओर से गुरुवार को सूचना केन्द्र में शिविर लगाया गया था। जिला कलक्टर सीधे शिविर में लगी स्टॉलों पर पहुंचे और स्टॉल संचालकों से युवाओं के चयन व रोजगार संबंधी जानकारी ली।
लाडपुरा पंचायत समिति के प्रधान राजेन्द्र मेघवाल ने कलक्टर से शिविर में ट्रेनिंग के लिए स्टॉल लगने की शिकायत की। प्रधान ने कहा कि यहां नौकरी नहीं मिलती। आरएसएलडीसी के जिला प्रबंधक मनोरथ सिंह ठाकुर से भी सेंटरों व चयनित युवाओं की जानकारी ली। इस पर जिला प्रबंधक ने बताया कि 38 युवाओं चयन किया गया है। इसके बाद कलक्टर कमरे के अंदर लगी स्टॉलों पर पहुंचे। युवाओं की संख्या कम होने पर वृहद स्तर पर शिविर लगाने की बात कही। इसके बाद जिला कलक्टर ने रोजगार विभाग के संयुक्त निदेशक जीपी वर्मा से पूछा कि शिविर में अब तक कितने युवाओं की नौकरी लगी और कितनों को ट्रेनिंग दी गई है। इसकी जानकारी मांगने पर निदेशक बगले झांकने लगे।
जिला कलक्टर ने संयुक्त निदेशक से जिन युवाओं की नौकरी लग चुकी है, उनका ब्यौरा व कितने पैकेज पर उनकी नौकरी लगी है, वर्तमान में आई हुई कम्पनियों की जानकारी के लिए सूची चस्पा करने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि रोजगार विभाग की ओर से पहले शिविर में आने वाली कम्पनियों को सुबह लंच, दोपहर में भोजन की सुविधा दी जाती थी, लेकिन अब नहीं मिलती। इसके चलते कम्पनियों ने शिविर में आना कम कर दिया। गुरुवार को भी कम्पनियों की स्टॉल कम ही थी।
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