Sunday, May 28, 2017

May 28, 2017

सीबीएसई-दसवीं का रिजल्ट तैयार, कभी भी हो सकता है जारी



अजमेर। ।
सीबीएसई का दसवीं का परिणाम भी तैयार हो गया है। बोर्ड अजमेर सहित सभी रीजन का परिणाम कभी जारी कर सकता है। संभवत: मई अंत या जून के शुरुआत में परिणाम जारी होगा। इस बार सतत एवं समग्र मूल्यांकन (सीसीई) के तहत यह अंतिम परिणाम होगा। 

इसके बाद अगले साल से दसवीं की परीक्षाएं बोर्ड ही कराएगा। मालूम हो कि वर्ष 2009-10 से 2016-17 तक सतत एवं समग्र मूल्यांकन के तहत स्कूल और बोर्ड आधारित परीक्षाएं कराई गई। इसके तहत विद्यार्थियों को अंकों के बजाय ग्रेडिंग दी जा रही हैं।

दसवीं में फिर बोर्ड

वर्ष 2018 में दसवीं की परीक्षा फिर बोर्ड ही कराएगा। यह पैटर्न 2008-09 तक लागू था। इसके बाद तत्कालीन यूपीए सरकार ने विद्यार्थियों की सुविधार्थ दसवीं की परीक्षा में दो विकल्प बनाए। इसके तहत विद्यार्थियों को बोर्ड या स्कूल पद्धति से परीक्षा देने की सुविधा दी गई। 

केंद्र की मौजूदा एनडीए सरकार ने कई स्कूलों के विरोध को आधार मानकर दसवीं में वापस बोर्ड पैटर्न लागू करने का फैसला किया है


Saturday, May 27, 2017

May 27, 2017

धर्म स्थलों की तर्ज पर स्कूलों में ‘दान पेटियां’

जयपुर | धार्मिकस्थलों पर गुप्त दान के लिए लगाई जाने वाली पेटियों की तर्ज पर अब स्कूलों में भी दान पेटियां लगाई जाएंगी। स्कूलों में रखी जाने वाली इन पेटियों को अक्षय पेटिका नाम दिया जाएगा। दानदाता इन पेटियों में गुप्त दान दे सकेंगे। यही नहीं लोग जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ, पदोन्नति की खुशी या अन्य किसी समारोह पर इस पेटिका में राशि डाल सकते हैं। धौलपुर जिले के सैंपऊ गांव के स्कूल से प्रेरणा लेते हुए शिक्षा विभाग ने इसे लगाने की कवायद शुरू की है। सैंपऊ में पहली बार इस प्रकार की पेटिका लगाई गई थी। स्कूलों में लगने वाली इस पेटिका की राशि में कोई गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए उस पर दो ताले लगाए जाएंगे। एक ताले की चाबी संस्था प्रधान और दूसरे ताले की चाबी विद्यालय विकास एवं प्रबंध समिति या विद्यालय प्रबंधन समिति के मनोनीत सदस्य के पास रहेगी। इसके लिए सदस्य का मनोनयन इन समितियों की बैठक में प्रस्ताव लेकर किया जाएगा। इस पेटिका इन समितियों की बैठक में खोला जाएगा। इस पेटिका में आने वाली राशि विधिवत एक रजिस्टर में प्रविष्ट की जाएगी और स्कूल के लिए आकस्मिक और अतिरिक्त व्यय के लिए काम में ली जा सकेगी। विभाग का मानना है कि स्कूलों में वार्षिकोत्सव, गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस सहित अन्य कार्यक्रमों में सहायता प्रोत्साहन राशि प्राप्त होती है, लेकिन इसके संग्रहण की व्यवस्था सुव्यवस्थित नहीं होती, लेकिन पेटिका की व्यवस्था होने से ना केवल इस राशि को सुव्यवस्थित रूप से संग्रहित किया जा सकेगा। विद्यार्थी, अभिभावक, किसी भी समुदाय का सदस्य, स्कूल को दी जाने वाली सहायता को सार्वजनिक नहीं करना चाहता। इस पेटिका में सहायता राशि डाल सकता है। इस पेटिका को स्कूल के सरस्वती मंदिर, कार्यालय कक्ष के बाहर लगाया जा सकता है। फिलहाल प्रदेशभर के 14500 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में यह पेटिका लगाने की तैयारी है।

^अक्षयपेटिका का प्रत्येक स्कूल में संधारण होने से क्राउड फंडिंग व्यवस्थित हो सकेगी। सैपऊ के स्कूल की इस पहल को सामाजिक सरोकारों का स्वरूप देकर स्कूल प्रबंधन में समुदायों की भागीदारी को बढ़ाया जा सकेगा। साथ ही स्कूल के आकस्मिक और अतिरिक्त व्यय के लिए पेटिका में आने वाली राशि को जरूरत के अनुसार खर्च किया जा सकेगा। नथमलडिडेल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा

May 27, 2017

20 की जगह 100 में से भेज दिए सत्रांक, 100 से ज्यादा स्कूलों का रुका परिणाम

विपिन सोलंकी. उदयपुर

माध्यमिकशिक्षा बोर्ड के शनिवार को घोषित 12वीं बोर्ड कला संकाय के परिणाम में संस्थाप्रधानों की भारी लापरवाही सामने आई है। विभाग को गलत सत्रांक भेज देने के कारण माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के 100 से ज्यादा स्कूलों के 2600 छात्रों के परिणाम को रोक दिया है। सूत्रों के अनुसार परीक्षा में स्कूल की तरफ से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को प्रति छात्र 20 नंबरों में से ही सत्रांक भेजने होते हैं लेकिन संस्थाप्रधानों ने 20 के स्थान पर 100 में से सत्रांक भेज दिए। बोर्ड ने इन 100 स्कूलों में फिलहाल उन छात्रों के ही परिणाम जारी किए हैं जो फेल हो गए हैं, पास छात्रों के परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। बोर्ड अध्यक्ष ने आदेश जारी कर संस्थाप्रधानों को सही सत्रांक भेजने को कहा है। इधर जिन विद्यालयों के परिणाम रुके हैं, वहां के संस्था प्रधानों का कहना है कि जब फेल विद्यार्थियों के परिणाम में सत्रांक सही रहे हैं तो उत्तीर्ण वालों के सत्रांक कैसे गलत हो सकते हैं।

परिणामसुधारने को लगेंगे 100 रुपए : जिनछात्रों के परिणाम जारी नहीं किए गए हैं अब उन्हें अपना रिजल्ट प्राप्त करने के लिए 100 रुपए खर्च करने होंगे। रिजल्ट जिलास्तर कार्यालय में सही होकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड बीकानेर जाने पर ही सुधर सकेगा। शिक्षकों को विद्यार्थियों से पैसे लेकर बीकानेर जाना होगा। जिसके बाद परिणाम को सही किया जा सकेगा। बोर्ड का कहना है कि जिन विद्यार्थियों के परिणाम रुके हैं, उन्हें संशोधन के लिए एक फॉर्म भरना होगा और बोर्ड कार्यालय में जमा कराना होगा।

सत्रांक गलत भरने से रोका गया परिणाम

^सत्रांकगलत भरने के कारण परिणाम को रोका गया है। संशोधन के लिए फॉर्म भरना होगा। जिला शिक्षा अधिकारी परिणाम राेके गए स्कूलों के संस्थाप्रधानों को आदेश देकर स्कूल से छात्रों के सत्रांक लेकर बोर्ड में भेजेंगे, वहां जाते ही सही परिणाम प्राप्त किया जा सकेगा। छात्रों को आने की जरूरत नहीं। -बीएलचौधरी, अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उथरदा- 34 छात्र

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मेहरों का गुड़ा- 17

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पाल खांडेला- 15

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कडुणी- 10

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मांडवा कोटड़ा- 12

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिकरनी- 19

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बालिका सराड़ा- 36

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जावर- 43

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तिरोली- 3

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय साकरोदा मावली- 1

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पायरा- 4

}राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरोदा- 7 

May 27, 2017

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में 15 हजार पदों की संशोधित विज्ञप्ति जारी करने का आग्रह






सागवाड़ा| तृतीयश्रेणी शिक्षक भर्ती 2016 (रीट) के द्वितीय लेवल की संशोधित विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम पीएचईडी राज्यमंत्री सुशील कटारा और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। 

इसमें बताया कि प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में 15 हजार पदों की विज्ञप्ति जारी की गई थी। विषय योग्यता संबंधी विसंगतियों के कारण उच्च न्यायालय द्वारा विज्ञप्ति को संशोधित कर पुन: प्रकाशित करने का निर्णय दिया गया था। इसके बाद भी संशोधित विज्ञप्ति नहीं की गई। इस दौरान रीट लेवल द्वितीय महासंघ के पुष्पेंद्र सिंह चौहान, पंकज पुरोहित, अभिलाष राव, प्रकाश पाटीदार, लोकेश पाटीदार, नरेश पाटीदार, महेंद्र पाटीदार, कांतिलाल रेबारी, योगेश पाटीदार, हर्षद पाटीदार आदि ने रोष जताते हुए शीघ्र संशोधित विज्ञप्ति जारी कराने की मांग रखी।


May 27, 2017

आज जारी होगा CBSE 12वीं का रिजल्ट, मॉडरेशन सिस्टम लागू रहेगा

नई दिल्ली.   लंबे इंतजार के बाद सीबीएसई का रिजल्ट रविवार को जारी होने वाला है। बोर्ड पहले ही कह चुका है कि वह दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करेगा और इस बार मॉडरेशन पॉलिसी को फॉलो किया जाएगा। बता दें कि इस साल अप्रैल में एचआरडी मिनिस्ट्री की मीटिंग हुई थी, जिसमें इसी साल से इस पॉलिसी को खत्म करने का फैसला किया गया था, लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। यहां देख सकते हैं रिजल्ट...

 

 

- सीबीएसई के 12th क्लास का रिजल्ट देखने के लिए स्टूडेंट्स को बोर्ड की ऑफिशियल साइट cbse.nic.in या cbseresults.nic.in पर जाना होगा।

- इसके बाद “Senior School Certificate Examinations (Class 12) Results 2017 (All Regions)” टैब सिलेक्ट करें।  
- यहां रोल नंबर और बाकी जानकारियां भरने के बाद रिजल्ट और ग्रेड देखी जा सकती है। चाहें तो इसका प्रिंट आउट भी ले सकते हैं।

 

पिछले साल लड़कियों ने बाजी मारी थी

- इस साल 10 लाख 98 हजार 891 स्टूडेंट्स शामिल हुए। 

- पिछले साल सीबीएसई 12वीं में 10 लाख 65 हजार 179 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इनमें से 83.05% स्टूडेंट्स पास हुए थे।

- लड़कियों का परफाॅर्मेंस लड़कों से बेहतर रहा था। 88.58% लड़कियां पास हुई थीं। 78.85% लड़के पास हुए थे। 
- सबसे बढ़िया परफॉर्मेंस तिरुवनंतपुरम रीजन की रही थी। इसका रिजल्ट 97.61% रहा। इसके बाद चेन्नई का रिजल्ट 92.63% रहा थी।

 

Q&A: क्या है मॉडरेशन पॉलिसी और इस बार क्यों हुआ विवाद?

 

Q. क्या होती है मॉडरेशन पॉलिसी?
- मॉडरेशन पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स को मुश्किल सवालों के लिए ग्रेस मार्क्स दिए जाते रहे हैं। इसी के साथ अगर क्वेश्चन पेपर में कोई सवाल गलत होता है, तब भी मॉडरेशन पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स को मार्क्स दिए जाते हैं। 

- सीबीएसई के अलावा भी कई बोर्ड मॉडरेशन पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देते हैं। मॉडरेशन पॉलिसी की मदद से स्टूडेंट्स को अच्छे मार्क्स लाने में काफी मदद मिलती है।

 

Q. कैसे मिलते हैं ग्रेस मार्क्स?
- हर साल सीबीएसई क्वेश्चन पेपर के तीन सेट डिजाइन करता है। इन तीनों सेट में से एक सेट सबसे मुश्किल होता है। हर साल मुश्किल प्रश्नों को लेकर सीबीएसई के पास शिकायतें आती हैं। 

- मुश्किल क्वेश्चन्स को लेकर सीबीएसई के पास कई शिकायतें आती हैं। इनके रिव्यू के लिए एक कमेटी बनाई जाती है। कमेटी को लगता है कि क्वेश्चन पेपर वाकई मुश्किल था, तो इस आधार पर स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए जाते हैं।

 

Q. इससे मार्क्स पर कितना असर पड़ता है?
- 15% तक मार्क्स बढ़ सकते हैं।

 

Q. मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म करने का फैसला कब हुआ?

- अप्रैल में एचआरडी मिनिस्ट्री की बैठक हुई थी। इसमें सीबीएसई समेत कई राज्यों के दूसरे बोर्ड्स ने भी मॉडरेशन पॉलिसी खत्म करने का फैसला किया था। इसके बाद सीबीएसई ने फैसले को लागू करते हुए यह पॉलिसी खत्म कर दी थी। 

 

Q. क्यों हुआ विवाद?
- मॉडरेशन पॉलिसी के खत्म होने से स्टूडेंट्स के मार्क्स का परसेंटेज कम हो जाता। ऐसे में एक पैरेंट्स ने इसके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में पिटीशन लगाई थी। उनका कहना था कि नोटिफिकेशन से नियम बदला तो स्टूडेंट्स पर गलत असर होगा। 

 

Q. मॉडरेशन पॉलिसी पर हाईकोर्ट ने क्या कहा था? 
- कोर्ट ने कहा, "बीच में नियम नहीं बदले जा सकते हैं। जिन बच्चों ने आधी रात तक जाग कर तैयारी की। उन्हें पता होना चाहिए कि बोर्ड का सिस्टम कैसे काम कर रहा है। बोर्ड इस साल पॉलिसी वापस नहीं ले सकता है। ऐसा कर आप बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं। पॉलिसी चेंज करने से अगर कोई स्टूडेंट विदेशी यूनिवर्सिटी में दाखिला पाने से चूक गया तो ये उसके लिए तबाही से कम नहीं होगा। जिन बच्चों ने परीक्षा दी है, उन्हें परेशानियों में मत डालो।"

May 27, 2017

जयपुर मेट्रो में भर्ती परीक्षा 10 जून को, इस डेट को जारी होंगे एडमिशन कार्ड



जयपुर. जयपुर मेट्रो में सिविल, मेकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स में कनिष्ठ अभियंता का रिटर्न एग्जाम 10 जून को दोपहर 2 बजे से जयपुर में आयोजित की जाएगी। इसके लिए कई केंद्र बनाए गए हैं। एग्जाम में बैठने वाले कैंडिडेट्स के लिए एडमिशन कार्ड 31 मई को फिर से जारी किए जाएंगे। एग्जाम देने वाले जेएमआरसी की रिक्रूटमेंट से संबंधित अधिकृत वेबसाइट से कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इससे पहले विभिन्न पदों के लिए एग्जाम आयोजित किए जा चुके हैं। यह परीक्षाओं का दूसरा चरण है।

May 27, 2017

35 हजार सरकारी कर्मिको का अटका वेतन, ये हैं सैलरी अटकने के प्रमुख कारण



जोधपुर। एसबीबीजे के एसबीआई में मर्जर की प्रक्रिया ने जोधपुर जिले के करीब 35 हजार सरकारी कार्मिकों का वेतन अटका दिया। यह राशि करीब 200 करोड़ रुपए होती है। बिल डिलीट होने के बाद सरकारी विभागों ने ऑनलाइन सैलेरी बिल दुबारा भेज दिए, इसके बावजूद कई विभागों के बिल अभी तक पास नहीं हो सके हैं। इनमें सबसे ज्यादा सैलेरी बिल पंचायतीराज विभाग से जुड़े कार्यालयों के अटके हुए हैं।

 

अब जून के पहले सप्ताह में एक साथ दो माह का वेतन कार्मिकों के खाते में आएगा। जिला कोषाधिकारी (शहर) मंजीतसिंह चारण का कहना है कि एसबीबीजे के एसबीआई में मर्जर के चलते बिल डिलीट कर दिए गए थे। कारण, विभिन्न बैंक शाखाओं के आईएफएस कोड को लेकर संशय था। हालांकि दुबारा ऑनलाइन बिल मंगवाकर कई विभागों के कार्मिकों का वेतन चुकता कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब कितने बिल रुके हुए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। 

 

एनआईसी ने डिलीट किए थे बिल

जोधपुर जिले में कुल 1195 सरकारी विभाग ऑनलाइन वेतन बिल भेजते हैं। इनमें शहर कोषाधिकारी कार्यालय के अधीन 510 और ग्रामीण कोषाधिकारी कार्यालय के अधीन 685 ऑफिस शामिल हैं। इन विभागों ने 22 अप्रैल से 5 मई के बीच 1500 से ज्यादा सैलेरी बिल ऑनलाइन भेजे। ये बिल एनआईसी के सॉफ्टवेयर ‘पे मैनेजर’ के मार्फत सबमिट कर दिए गए। जिला कोषाधिकारी कार्यालय से इन बिलों को पास कर भुगतान के लिए भेजा गया। इस बीच 12 मई तक एसबीबीजे का एसबीआई में मर्जर चल रहा था। बैंक खातों के आईएफसी कोड बदल गए। सही नंबर के अभाव में एनआईसी ने सभी ऑनलाइन बिल डिलीट कर दिए। 

 

 

ऐसे होता ऑनलाइन बिल का भुगतान 
वेतन बिल तैयार कर विभाग इसे पे मैनेजर के माध्यम से ऑनलाइन सबमिट करते हैं।  इसकी कॉपी निकाल कर कार्यालय प्रभारी के हस्ताक्षर कर इसे कोषाधिकारी कार्यालय में भेज दिया जाता है। इस बीच ऑनलाइन बिल सबमिट होते ही इसे कोषाधिकारी कार्यालय में 3 दिन में स्वीकृत कर बैंक में भेजते हैं। प्रक्रिया हर माह 22 तारीख से अगले माह 5 तारीख तक चलती है। पंचायतीराज विभाग और सर्व शिक्षा में तो 7 तारीख के बाद ही वेतन बिल भेजे जाते हैं। 

 

वेतन अटकने के प्रमुख कारण 
-एसबीबीजे के एसबीआई में मर्जर के चलते बैंकों के आईएफसी कोड बदल गए। इसकी प्रक्रिया में नए कोड बनाकर फीड किए गए। 
- नए वित्तीय वर्ष के शुरू होते ही मई में कार्मिकों का सामूहिक दुर्घटना बीमा होता है। इसके चलते बिल में देरी होती है। इस बार जीपीएफ ने यह प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी। इसके चलते बिल बनाने में देरी हुई। 

May 27, 2017

RBSE12artsresults2017declared: माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने घोषित किया बाहरवीं आर्ट्स का परिणाम



अजमेर/ बीकानेर ।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की कला वर्ग का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। वासुदेव देवनानी ने दोपहर 1.15 बजे बोर्ड कार्यालय में नतीजा जारी किया। कला वर्ग में इस साल 5 लाख 86 हजार 379 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इसमें 2 लाख 71 हजार 480 छात्राएं व 3 लाख 14 हजार 832 छात्र पंजीकृत थे।

RESULT देखने के लिए यहां क्लिक करें-

http://rbse-12th-arts-result.indiaresults.com/rj/bser/class-12-arts-result-2017/query.htm

नहीं जारी होगी मेरिट लिस्ट- 

यह पचास साल में पहला मौका है। जब बोर्ड ने राज्य व जिलावार मेरिट जारी नहीं की । पिछले दिनों बोर्ड प्रबंध मंडल की बैठक में मेरिट सूची जारी नहीं करने का फैसला किया गया था।

  

Monday, May 22, 2017

May 22, 2017

व्हाट्सएप का रंग बदलने के झांसे में आए तो चोरी हो जाएगा आपका पर्सनल डाटा



क्या आप अपने मोबाइल पर व्हाट्सएप का रंग बदलना चाहते हैं? इस तरह का इनविटेशन स्वीकार करने से पहले दो बार सोचिए.

दुनियाभर में मोबाइल फ़ोन के ज़रिए इस तरह का संदेश सर्कुलेट हो रहा है.

ये एक वेबसाइट है जिसका लोगो व्हाट्सएप की तरह है- बस फर्क है रंग का. व्हाट्सऐप का असल रंग हरा है, जबकि इसका रंग नीला है.

आप रंग बदलने के लिए ललचाए नहीं कि आपका फ़ोन वायरस की चपेट में आ जाएगा.

सबसे पहले वेब पर वेरिफाई करने के लिए कहा जाता है. ऐसा करने के लिए यूजर को इस यूआरएल को कम से कम 12 लोगों या व्हाट्सएप के सात ग्रुप को भेजना होता है.

इसे करने के बाद लिंक को एक्टिवेट करने के लिए कहा जाता है.

इसके तुरंत बाद एक संदेश सामने आता है: नया व्हाट्सएप कलर सिर्फ़ डेस्कटॉपर एप्लिकेशन के लिए है.

इसके बाद यूजर को गूगल क्रोम के एक्सटेंशन 'ब्लैकव्हाट्स' इंस्टॉल करना होता है.



ख़ास बात ये है कि ये फ़र्ज़ी वेबसाइट सिर्फ़ मोबाइल पर खुलती है. इसे पिशिंग कहा जाता है और इसका मक़सद टेलीफ़ोन या ईमेल के ज़रिए यूजर्स का निजी डेटा चुराना होता है.

वेब एड्रेस को अच्छी तरह जाँच लें- .org इस बात की गारंटी नहीं है कि ये वेबसाइट आधिकारिक ही होगी. इसलिए इसे खोलते वक्त सावधानी बरतें.

संदिग्ध एक्सटेंशन को डाउनलोड न करें.

इसे दूसरे लोगों के साथ साझा करने के लिए मजबूर करने का संदेश मिलते ही चौकन्ने हो जाएं.


Sunday, May 21, 2017

May 21, 2017

सुविधाएं चाहिए तो ब्लॉक से बाहर जाएं शिक्षक

जयपुर | प्रदेशआवासीय शिविरों का विरोध कर रहे शिक्षकों को सुविधाएं चाहिए तो ब्लॉक से बाहर जाना पड़ सकता है। राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद ने आदेश जारी कर कहा कि शिविरों में प्रशिक्षण स्थल पर अगर सुविधाएं नहीं है, तो जिला प्रशिक्षण समिति नजदीकी ब्लॉकों में सुविधायुक्त स्थानों पर शिविर आयोजित करने का निर्णय ले सकती है। स्थान किसी एक प्रशिक्षणार्थी का नहीं बदलेगा। इससे पहले शनिवार को पहले चरण के प्रशिक्षण शिविरों का समापन हो गया। अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष रामकृष्ण अग्रवाल और राजस्थान प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शशिभूषण शर्मा का कहना है कि आवासीय शिविरों का विरोध जारी रहेगा।

May 21, 2017

एसबीसी के 400 अभ्यर्थियों को ओबीसी कैटेगरी में नियुक्ति दो

एसबीसीके 1252 विवादित पदों पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर नियुक्ति देने के मद्देनजर गुर्जरों ने राज्य सरकार से मांग रखी है कि करीब 400 अभ्यर्थी, जो ओबीसी की वरीयता सूची में रहे हैं, उन्हें ओबीसी कैटेगरी में नियुक्ति दी जाय। उधर राज्य सरकार इस मुद्दे पर कानूनी राय लेने का मन बना रही है क्योंकि एसबीसी की पांचों जातियां ओबीसी से निकलकर एसबीसी में आई थी। सरकार के मंत्रियों अफसरों ने भी कानूनी राय लेना उपयुक्त माना है। गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने 9 दिसंबर 2016 को एसबीसी आरक्षण खत्म कर दिया था और इस फैसले के विरोध में राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी, जहां यह मामला लंबित है।

अब देवनारायण योजना पर भी विवाद

सालाना200 करोड़ रु. की इस योजना पर भी विवाद शुरू हो गया है। जिलाें में तैनात अधिकारियों ने राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा है कि योजना में फायदा दें या नहीं। इस विवाद के बीच गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने राज्य सरकार को एक प्रजेंटेशन भेजा है, जिसमें कहा गया है कि देवनारायण योजना को एसबीसी आरक्षण से जोड़कर देखा जाय। ये योजना एसबीसी आरक्षण से पहले, चौपड़ा कमेटी की सिफारिशों पर 18 दिसंबर 2007 को शुरू हुई थी। एसबीसी आरक्षण विधेयक 25 जुलाई 2008 को आया, उसके एक साल बाद आरक्षण लागू हुआ और 10 अक्टूबर 2009 कोे इस पर हाई कोर्ट ने स्टे लगाया था। उसके बाद 6 मई 2010 को 1 प्रतिशत एसबीसी आरक्षण मिला है। समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह के अनुसार फिलहाल इस योजना में 41 हॉस्टल, 9 - 9 आवासीय विद्यालय और विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप मिल रही है। राज्य सरकार की एसबीसी सब-कमेटी के मंत्री पूर्व में कह चुके हैं कि देवनारायण योजना कल्याणकारी है, इसलिए इसे बंद करने की कोई मंशा नहीं है। 

May 21, 2017

आधार कार्ड से विद्यार्थियों की पहचान, नीट जैसी सख्ती नहीं

अजमेर| मद्रासआईआईटी द्वारा देश के विभिन्न आईआईटीज में प्रवेश के लिए रविवार को संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2017 का आयोजन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जेईई एडवांस्ड में नीट 2017 जैसी सख्ती नहीं दिखी, हां आधार कार्ड से ही पहचान की गई। इससे विद्यार्थियों को राहत मिली।

जेईई एडवांस्ड परीक्षा देने के लिए अजमेर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही कोटा, जोधपुर, नागौर, पाली, टोंक समेत विभिन्न जिलों के विद्यार्थी पहुंचे। सुबह 7 बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर विद्यार्थियों उनके अभिभावकों की भीड़ जमा थी। करीब 7.45 बजे से विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों में अंदर लेना शुरू कर दिया गया। प्रारंभ में लंबी कतारें केंद्रों के बाहर लगी नजर आई। विद्यार्थियों को मोबाइल फोन और बैग आदि बाहर रखने के लिए पहले ही निर्देशित कर दिया गया।

इसलिए नहीं हुई परेशानी

परीक्षादेने पहुंचे छात्र पहले से ही सैंडल चप्पल पहने पहुंचे। हाफ आस्तीन के शर्ट टी शर्ट पहने थे। लड़कियों ने भी गाइड लाइन का पूरा पालन किया। ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर नीट जैसी सख्ती नजर नहीं आई। हैंड मेटल डिटेक्टर से भी जांच नहीं की गई।

आधारवेरिफाइड की सील के बाद ही प्रवेश

सभीविद्यार्थियों से परीक्षा केंद्रों पर आधार कार्ड मांगा गया। आधार कार्ड के माध्यम से ही संबंधित परीक्षार्थी की पहचान की गई। आधार कार्ड का डाटा ऑनलाइन मिलाया गया और छात्र-छात्रा के एडमिट कार्ड पर आधार वेरिफाइड की सील लगाई गई। इस सील के बाद ही परीक्षार्थी को परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया गया। इस प्रक्रिया को देखते हुए ही विद्यार्थियों काे समय से काफी पूर्व परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने के निर्देश दिए गए थे। 

May 21, 2017

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के पोर्टल पर कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत वर्ष 2017- 18 के लिए जो अभ्यर्थी आवेदन करना चाहते हैं वे राजस्थान खादी ग्रामोद्योग की वेबसाइट http:// www.kviconline.gov.in/ पर निर्धारित PMEGP E-Portal पर आवेदन कर सकते हैं। योजना के तहत औद्योगिक कार्यों के लिए अधिकतम 25 लाख रुपए तथा सेवा क्षेत्र के लिए अधिकतम 10 लाख रुपए तक की परियोजना राशि का प्रावधान है।   


May 21, 2017

सैकंड ग्रेड टीचर्स पदों पर पदोन्नति की तैयारी

बीकानेर माध्यमिकशिक्षा में मंडल स्तर पर वर्ष 2017-18 के तहत तृतीय श्रेणी से सैकंड ग्रेड शिक्षक पदों पर पदोन्नति की तैयारी शुरू हो गई है।संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण विजय शंकर आचार्य ने बताया कि सभी उपनिदेशकों को वरिष्ठता और पात्रता जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बीकानेर मंडल माध्यमिक के उपनिदेशक महावीर सिंह पूनिया ने बताया कि हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले से शिक्षकों की सूचना प्राप्त हो गई है। बीकानेर जिले की सूचना आते ही अस्थाई पात्रता सूची जारी कर दी जाएगी। इसके बाद शिक्षकों से आपत्तियां मांगी जाएगी। स्थाई पात्रता जारी कर अगले माह में सैकंड ग्रेड शिक्षकों के पदों पर डीपीसी की जाएगी। वहीं बीकानेर मंडल में यूडीसी से ओए के पदों पर रिव्यू डीपीसी की भी लगभग तैयारी पूरी हो गई है। उपनिदेशक ने बताया कि यह रिव्यू डीपीसी अगले सप्ताह कर कर दी जाएगी। 


May 21, 2017

यहां फोन कर बुलाते हैं बेरोजगारों को, 14 माह में ही 41 सौ युवाओं को जोड़ दिया रोजगार से



बारां.

जिला रोजगार विभाग की ओर से बीते 14 माह में जिले के 918 युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया है, जबकि 3 हजार 190 का रोजगार प्रशिक्षण के लिए चयन किया है। प्रशिक्षण के बाद इन्हें विभिन्न कम्पनियों में रोजगार दिलाया जाएगा। 

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जिले के युवा अब रोजगार के प्रति रुचि दिखाने लगे हैं।  विभाग की ओर से प्रत्येक माह की 10 तारीख को मासिक कौशल रोजगार एवं उद्यमिता शिविर लगाया जाता है। कार्यालय की ओर से पंजीकृत बेरोजगारों को फोन करके शिविर में बुलाया जाता है। 

ऐसे भी कर रहे मदद

शिविर के बाद भी कोई बेरोजगार कार्यालय में आता है तो उसे रोजगार के लिए योग्यतानुसार  निजी संस्थानों में भेजा जाता है, जहां उसका इंटरव्यू लेकर  नौकरी के लिए चयन किया जाता है। 

यहां पर हुआ युवाओं का चयन 

जिले के युवाओं का फर्टीलाइजर कंपनी में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव सहित अन्य पदों पर चयन हुआ है। सिक्यूरिटी सर्विसेज में गार्ड व चौकीदार के पदों पर भी चयन किया गया है। इनके अलावा भंवरगढ़ पावर प्लांट सहित होटल सर्विसेज, कंप्यूटर, इंश्योरंेस कंपनी जिले के युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण दे रही है।  

इनकी भी दी जानकारी 

स्वरोजगार के लिए राज्य सरकार की ऋण संबंधी योजनाओं की जानकारी दी गई। बेरोजगारी भत्ता ग्रेजुएट स्कीम के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से समझाया जा रहा है।  

हर शिविर चार सौ की भागीदारी

विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक शिविर में औसतन करीब 400 युवा आते हैं। इस तरह से अप्रेल 2016 से मई 2017 तक कुल 14 शिविर लगाए गए। इन शिविर में 5 हजार 600 बेरोजगारों ने भाग लिया। विभाग ने मौके पर ही युवाओं को निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिलाया। इसके बाद कंपनियों ने 918 युवाओं का रोजगार के लिए प्रारंभिक चयन किया। 3 हजार 190 युवाओं का रोजगार प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया। ये कंपनियां युवाओं को प्रशिक्षण देकर नौकरी देेती हंै। 

प्रत्येक माह शिविर लगाए जाते हैं। शिविरों में 14 माह में 918 युवाओं का नौकरी के लिए प्रारम्भिक चयन व 3 हजार 190 युवाओं का रोजगार प्रशिक्षण में चयन किया गया। 

मनोज कुमार पाठक, जिला रोजगार अधिकारी, बारां


May 21, 2017

शिक्षक प्रशिक्षण स्थल बदले



दौसा. जिला स्तरीय प्रशिक्षण समिति की शनिवार को बैठक आयोजित हुई। इसमें सरकार के नए आदेश के अनुसार पर्याप्त स्नानागार व शौचालयों की व्यवस्था नहीं होने पर कई प्रशिक्षण स्थल बदले गए।

 एडीपीसी अशोक शर्मा ने बताया कि दूसरे चरण का शिविर 22 मई से शुरू होगा। इसके लिए दौसा ब्लॉक का प्रशिक्षण स्थल अब केन्द्रीय स्कूल से बदलकर सेंट मेरी स्कूल के समीप जीवनधारा समाज कल्याण संस्थान किया गया है।

 सिकराय में मूंडियाखेड़ा का अम्बेडकर छात्रावास, बांदीकुईमें सरस्वती विद्या विहार तथा लालसोट में राजकीय ज्योतिबा फुले छात्रावास में शिविर आयोजित होगा। महुवा व लवाण ब्लॉक के शिविर स्थल यथावत रहेंगे। 

इधर, पहले चरण का प्रशिक्षण का समापन शनिवार को हुआ। दौसा बीईईओ बृजमोहन गुप्ता ने बताया कि आखिरी दिन शिक्षकों से फीडबैक लिया तथा पोस्ट टेस्ट भी आयोजित किया। 

सिकराय. कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में छह दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को समापन हुआ।

 शिविर प्रभारी विशम्भरदयाल मीना ने शिविर में सीखे गुर का उपयोग करने की बात कही। आरपी हंसराम गुर्जर, शिवहरी मीना, विजयसिंह गुर्जर आदि ने भी विचार व्यक्त किए। सिकराय में तीसरी बार शिविर स्थल बदलकर अब मंूडियाखेडा के अम्बेडकर छात्रावास रखा गया है।


May 21, 2017

जैव विविधता को बढ़ावा देता गागंल्यावास विद्यालय



लालसोट. आम तौर पर ग्रामीण इलाकों में बसे लोगों को जैव विविधता शब्द के मतलब के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है, वहीं शहरी क्षेत्र के लोगों की जुबान से भी यदा कदा ही सुनाई देता है।  ऐसे माहौल के बीच जब  विभिन्न जीवों व वनस्पति के संरक्षण के लिए कोई नवाचार करे वह अपने आप में अनुकरणीय भी होता है।

 कुछ ऐसा ही नजरा दिखाई दिया विश्व जैव विविधता दिवस से एक दिन पूर्व रामगढ़ पचवारा क्षेत्र के गांगल्यावास गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में। जब पत्रिका टीम विद्यालय परिसर पहुंची तो पूरा परिसर पक्षियों के कलरव से गूंज रहा था और वहां विभिन्न औषधियों के पौधों की भीनी भीनी खुशबू से महक भी रहा था। 

इस  विद्यालय में पक्षी एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कई नवाचार देखने को मिले। विद्यालय में पक्षियों के दाना-पानी के लिए लगाए पक्षी रेस्टोरेन्ट में  कबूतर व अन्य पक्षी  चुग्गा चुगते, पानी पीते, एवं झूला झूलते देखे गए। इसके अलावा करीब 750 वर्ग गज भूमि पर फैले इस विद्यालय में विभिन्न औषधि पौधों का भी रोपण किया गया है।

 विद्यालय में एक स्थान पर औषध गिरी तैयार किया है, उसमें अश्वगंधा, रक्त रोधिका, तुलसी, सुदर्शन, पत्थर चट्टा, ग्ंवारपाठा, कालीमिर्च जैसे पौधे हिन्दी अंग्रेजी वनस्पतिक नाम पटिïïï्का के साथ रोपित किए गए हैं। वर्तमान में ये सभी पौधे पूर्णरूप से पुष्पित व पल्लवित है, साथ ही बालकों को स्थानीय क्षेत्र में सहज उपलब्ध औषधीय पौधों की भी जानकारी मिल रही है। 

जन्मदिन के मौके पर विद्यार्थी करते हैं सार संभाल 

पक्षी रेस्टोरेन्ट की नियमित सार संभाल के लिए भी विद्यालय में अनूठी व्यवस्था है। प्रधानाचार्य के अनुसार इसमें पानी व चुग्गे की व्यवस्था वह विद्यार्थी करता है जिसका जन्म दिन होता है। विद्यार्थियों के नाम,  जन्म दिन के मौके पर शुभकामना संदेश भी पक्षी रेस्टोरेन्ट के पास ही बोर्ड पर लिखने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सप्त धान्य का चीटी चुग्गा भी प्रतिदिन डालने की व्यवस्था करते हुए  छोटे-छोटे प्राणियों के संरक्षण का भी संदेश दिया गया है। 

कक्षा कक्षों के नामकरण से मिलती है प्रेरणा 

विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पक्षी एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करने के कई आकर्षक तौर तरीकों का भी प्रयोग किया गया है। कक्षा कक्षों के नामकरण  सेव बर्ड सैक्सन, सेव इकालॉजी सैक्सन, सेव गर्ल सैक्सन एवं सेव इण्डियन आर्मी सैक्सन नाम पर किए गए हैं।

 इसके अलावा कक्षों की सज्जा भी इसी  थीम पर ही की गई है। कक्षा कक्षों में भी पक्षियों के चित्रों से बाल मनोभावों की सहज अभिव्यक्ति दृष्टिगत होती है। कक्षा कक्षों में प्लास्टिक के कचरे से विभिन्न साज सज्जा की सामग्री बनाना कचरे से करिश्मा की थीम को व्यक्त करती है। 

क्या कहना है कि प्रधानाचार्य का

विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवशंकर प्रजापति ने बताया कि शिक्षा का उदï्देश्य बालक का सर्वांगीण विकास करना है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रख कर शिक्षण के साथ ही विद्यार्थी में प्राणी मात्र एवं पर्यावरण के प्रति सुह्रदयता का विकास हो इसी मन्तव्य के साथ के साथ ये नवाचार क्रियान्वित किए गए है। जो न्यून व्यय में अधिक संस्कार देने वाले है। (नि.प्र.)


May 21, 2017

बांसवाड़ा : विद्यार्थी मित्र पहुंचे कलक्ट्री, पुलिस ने लाठियां पटक लौटाया



बांसवाड़ा.

अस्पष्ट निर्देशों के चलते शुरू से ही विवादित पंचायत सहायक भर्ती में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। चयन सूचियों पर सवाल खड़े करते हुए रविवार को बड़ी संख्या में विद्यार्थी मित्र जिला परिषद् एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कार्यालय पहुंचे। यहां पुलिस बल ने पहुंचते हुए धारा 144 का हवाला बताकर जमीन पर लाठियां बजाकर विद्यार्थी मित्रों को तितर-बितर कर दिया।

पंचायत सहायक भर्ती में सरकार की मंशा के अनुरूप चयन प्रक्रिया अपनाने को लेकर विद्यार्थी मित्र दोपहर बाद करीब दो बजे कलक्ट्री परिसर में एकत्र हो गए। दुपहिया वाहनों एवं जीपों से आए विद्यार्थी मित्रों ने जिला परिषद् कार्यालय के बाहर चयन सूचियों को पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से बनाने की मांग की।

इसके बाद विद्यार्थी मित्रों के प्रतिनिधि दल ने जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनाथ चाहिल से मुलाकात की। इसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए सृजित पंचायत सहायक के पदों पर विद्यार्थी मित्रों के ही चयन की मांग रखी। विद्यार्थी मित्रों ने बताया कि कई ग्राम पंचायतों में निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं अपात्रों का चयन कर लिया है। कई ग्राम पंचायतों में पंचायत प्रशासन ने अपने रिश्तेदारों को तय पात्रता नहीं होने के बावजूद चयन कर लिया है।

प्रतिनिधि दल ने मांग रखी कि चयन सूचियों में अपात्रों के नाम हटा लिए जाए। इस दौरान पुलिस ने जिला परिषद के बाहर पहुंचकर धारा 144 का हवाला देते हुए। सभी को वहां से हटाया। इस पर विद्यार्थी मित्र जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कार्यालय पहुंचे। यहां कार्यालय परिसर में खड़े ही थे कि भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और जमीन पर लाठियां बजाकर विद्यार्थी मित्रों को शांति व्यवस्था के तहत हटाया।

पुलिस उपाधीक्षक विक्रमसिंह राठौड़ ने विद्यार्थी मित्रों से समझाइश भी की। इस मौके पर जिलाध्यक्ष गणपत कटारा, जितेश भट्ट, महेंद्र पटेल, लोकेश शुक्ला, राजकिशोर वर्मा, अन्नू गोस्वामी आदि शामिल हुए।

सीईओ ने कहा

चयन की पूरी प्रक्रिया ग्राम पंचायत ने की है। प्रधानाचार्य-शिक्षाधिकारी आदि अधिकारी जिम्मेदार हैं। हमें तो केवल सूचियों का अनुमोदन करना है। सोमवार तक एक सूची जारी करेंगे। चयन सूचियों में कौनसा अभ्यर्थी क्या योग्यता रखता है, इसका पता नहीं लगाया जा सकता है। डीईओ को पात्र अभ्यर्थियों के चयन के निर्देश दिए हैं।

रामनाथ चाहिल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद

डीईओ ने कहा

सूचियों को वापस देख रहे हैं। चयन में पूरी पारदर्शिता रखी जाएगी। संभावना है कि सोमवार को एक सूची जारी कर दी जाएगी। कलक्टर एवं सीईओ से मार्गदर्शन लेकर सूचियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।

प्रेमजी पाटीदार, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक


May 21, 2017

रेलवे में भरे जाएंगे 18 हजार पद, लिखित परीक्षा परिणाम 26 मई को


अजमेर।

 रेलवे में 18 हजार 252 पद के लिए दूसरे स्तर की लिखित परीक्षा का परिणाम 26 मई को जारी किया जाएगा। रेलवे भर्ती बोर्ड ने 8 से 14 मई तक अभ्यर्थियों से नियुक्ति के लिए पदों का नया विकल्प मांगा था। रेलवे की ओर से अब एक पद के लिए आठ अभ्यर्थियों को दक्षता परीक्षा अथवा टाइपिंग टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से दक्षता परीक्षा और टंकण परीक्षा जून में आयोजित करने की संभावना है। जुलाई-अगस्त में नियुक्ति के लिए अंतिम चयन सूची जारी की जा सकती है।

रेलवे में गुड्स गार्ड, सहायक स्टेशन मास्टर, ट्रेफिक असिस्टेंट, जूनियर अकाउंट सहायक कम टाइपिस्ट, सीनियर क्लर्क, कामर्शियल अप्रेंटिस, ट्रेफिक अप्रेंटिस सहित अन्य पद के लिए द्वितीय स्तर और मुख्य लिखित परीक्षा पूरे देश में 17 जनवरी से 19 जनवरी तक आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में लगभग पौने तीन लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

92 लाख अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन

रेलवे में नौकरी के लिए अभ्यर्थियों को दो साल तक इंतजार करना पड़ा है। मार्च 2015 में 18 हजार 252 पद के लिए अधिसूचना जारी हुई थी। पूरे देश में लगभग 92 लाख अभ्यर्थियों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। मई-जून 15 में प्रथम स्तर की लिखित परीक्षा आयोजित हुई जिसमें लगभग 60 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। द्वितीय स्तर की परीक्षा के लिए रेलवे ने एक पद के लिए 15 अभ्यर्थियों के अनुपात से परिणाम जारी किया और दूसरे व मुख्य स्तर की लिखित परीक्षा के लिए लगभग पौने तीन लाख अभ्यर्थियों को प्रवेश-पत्र भेजे।

टाइप के अंक नहीं जुड़ेंगे लेकिन पास होना जरूरी

जूनियर लेखा सहायक सह टाइपिस्ट एवं वरिष्ठ लिपिक सह टाइपिस्ट के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को टंकण परीक्षा देनी होगी। हालांकि टंकण परीक्षा के अंक अंतिम चयन सूची में नहीं जुड़ेंगे लेकिन अभ्यर्थियों को यह परीक्षा पास करना जरूरी होगी। अभ्यर्थियों को अंग्रेजी में न्यूनतम 30 शब्द प्रति मिनट और हिंदी में 25 शब्द प्रति मिनट की रफ्तार से टंकण परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा। हालांकि अभ्यर्थियों चयन के लिए द्वितीय स्तर की लिखित परीक्षा के अंक से ही मेरिट बनेगी।

एएसएम सहित अन्य की दक्षता परीक्षा

सहायक स्टेशन मास्टर और ट्रेफिक सहायक पद के लिए अभ्यर्थियों की अंतिम सूची दक्षता परीक्षा के आधार पर बनेगी। इन पद के लिए लिखित परीक्षा और दक्षता परीक्षा के अंकों को 70 अनुपात 30 के तहत आंका जाएगा और उसी के अनुसार नियुक्ति के लिए चयन सूची जारी होगी। इसके अलावा कमर्शियल अप्रेंटिस, टे्रफिक अप्रेंटिस, ईसीआरसी और गुड्स गार्ड पद के लिए एक पद पर आठ अभ्यर्थियों को दक्षता परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। हालांकि इन पद के लिए भी दक्षता परीक्षा के अंक नहीं जुड़ेंगे। अलबत्ता द्वितीय चरण की परीक्षा के अंकों के आधार पर ही अंतिम चयन सूची जारी होगी।


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authorHello, my name is Jack Sparrow. I'm a 50 year old self-employed Pirate from the Caribbean.
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